Thursday, September 15, 2011

समय नहीं है हमारे पास


प्रदीप उपाध्याय

चीन ने एक बार फिर से अपने ओकात दिखाते हुए हमारी सीमा में घुसपैठ की है। पिछले महीने एलओएसी को पार कर दो चीनी हेलीकॉप्‍टरों ने लद्दाख क्षेत्र में हमारे कई बंकर तबाह कर दिए। इन हेलीकॉप्‍टरों में सात से आठ चीनी सैनिक सवार थे। हमारे बंकरों को तबाह करने के बाद चीनी सैनिक आराम से वापस लौट गए।

इस मामले का खुलासा लेह जिला प्रशासन द्वारा राज्‍य सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट से हुआ है। इस सम्बन्ध में आईटीबीपी ने भी गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। लेकिन हमारी सेना ने इसी किसी भी घटना से इनकार किया है। भारतीय सेना चीनी सैनिकों की इन हरकत को घुसपैठ नहीं बल्कि एलओएसी के निशान नहीं बनने की वजह से होने वाला अतिक्रमण मानती है।

हालांकि आधिकारिक सूत्रों के अनुसार 25 अगस्‍त को चीन के दो हेलीकॉप्‍टर चुमुर इलाके में एलओएसी के भीतर करीब 200-300 फीट तक घुसे 20 - 25 मिनट तक रुके चीनी भाषा में कुछ लिखा और सेना के बंकरों को क्षतिग्रस्‍त कर अपने देश लौट गए। हालांकि इस इलाके में आईटीबीपी की भी तैनाती है।

बताया जा रहा है कि आईटीबीपी का एक जवान इस जगह से काफी दूर पर खड़ा था, ऐसे में वह कोई जवाबी कार्रवाई नहीं कर सका। चीनी सैनिकों की इस हरकत को आईटीबीपी के जवानों ने दूरबीन के जरिये देखा।

चीन की इस हरकत का सीधा मतलब ये निकलता है कि हमारी सरकार तो भष्टाचार करने में इतनी व्यस्त है कि उस के पास ऐसी घुसपैठ को रोकने के लिए समय नहीं है।

Friday, September 2, 2011

ओछी हुई सरकार



प्रदीप उपाध्याय

अन्ना के आन्दोलन के बाद हुई अपनी किरकिरी को सरकार हजम नहीं कर पा रही है इसी के चलते सरकार ने अन्ना के आन्दोलन की रीड़ रहे लोगो को निशाना बनाना शुरू कर दिया है जिसकी शुरुआत अरविंद केजरीवाल और कवि कुमार विश्वास को आयकर का नोटिस भेज कर की है

सरकार के इशारे पर आयकर विभाग की ओर से अरविंद केजरीवाल पर नौकरी की शर्तें तोड़ने का आरोप लगते हुए 9 लाख रुपये जमा करने के लिए नोटिस भेजा गया है यह एक सोची समझी चल है जिस के जरिये सरकार अपने रास्ते के काटों को साफ करने की कोशिश कर रही है

सरकार के इस दाव पर बोलते हुए केजरीवाल ने कहा है कि उन्होंने नौकरी की किसी शर्त का उल्लंघन नहीं किया है। वो एक नवंबर 2000 से 31 अक्टूबर 2002 तक स्टडी लीव पर था। 1 नवंबर 2002 को नौकरी ज्वाइन कर ली थी और तीन साल बाद फरवरी 2006 में इस्तीफा दिया।

साथ ही उन्होंने आयकर विभाग के सवालों के जवाब देते हुए कहा कि विभाग जीपीएफ से पैसे काटकर भरपाई कर लें और यदि जीपीएफ के पैसे से पूरी वसूली नहीं हो पाती तो बकाया राशि को सरकार माफ कर दे क्योंकि वें जनहित में काम कर रहे हैं।

मै आप को यह बताना चाहूँगा कि केजरीवाल दिल्ली मे भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) मे ज्वाइंट कमिश्नर पद पर थे। जिससे उन्होंने साल 2006 में इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, केजरीवाल का इस्तीफा अब तक स्वीकार नहीं किया गया। सरकारी दस्तावेजों में वो आज भी आयकर विभाग के अधिकारी हैं।

वहीँ अन्ना ने कहा कि सरकार उनकी टीम के लोगों को फंसाने की कोशिश करेगी। अन्ना ने अरविंद से कहा कि हमें अपना काम करते रहना है।

आयकर विभाग के इस कदम के बाद सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज और कर्नाटक के लोकायुक्त संतोष हेगड़े ने विभाग से सवाल करते हुए पुचा है कि अन्ना के अनशन से पहले आईटी डीपार्टमेंट कहाँ था ? ऐसे समय में नोटिस क्यों भेजा गया। इस पर भी ध्यान देने की जरूरत है।